Saturday, January 26, 2008

ज़रा ठहरो गुरुदेवा, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं |

ज़रा ठहरो गुरुदेवा, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं |

करें दर्शन, तुम्हारा हम, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||१||


ये मतलब की है सब दुनिया हमें भरमायेगी, हमें भरमायेगी |

तेरी रहमत हमको गुरुवर, खुद ही तरायेगी, खुद ही तरायेगी |

यूँ हमसे दूर ना जाओ, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||२||


एक झलक तेरी मेरे गुरुवर, बिगड़ी बनायेगी, बिगड़ी बनायेगी |

तेरी कृपा, सब प्यासों की, प्यास बुझायेगी, प्यास बुझायेगी |

ज़रा हम पर नजर ड़ालो, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||३||


तुम जाओगे तो ये आँखें नीर बहायेंगी, नीर बहायेंगी |

मेरे जीवन में गुरुवर, उदासी छायेगी, उदासी छायेगी |

रहम की अब, नजर ड़ालो, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||४||


तेरी कृपा ही हम को, तुम से मिलायेगी, तुम से मिलायेगी |

तेरी सेवा मेरा जीवन सफ़ल बनायेगी, सफ़ल बनायेगी |

ज़रा अमृत तो बरसाओ, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||५||

तेरी करुणा ही भक्ति की, लगन लगायेगी, लगन लगायेगी |

तेरी दृष्टि मन मंदिर, में ज्योत जलायेगी, ज्योत जलायेगी |

तेरी मुस्कान से गुरुवर, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||६||


पीड़ा विरह की हमको प्रभु, खूब सतायेगी, खूब सतायेगी |

बिना तेरे हृदय की कलियाँ, ये मुरझायेगी, ये मुरझायेगी |

विनय स्वीकार तुम कर लो, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||७||


ज़रा ठहरो गुरुदेवा, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं |

करें दर्शन, तुम्हारा हम, अभी दिल भरा ही नहीं, अभी दिल भरा ही नहीं ||

No comments: