Sunday, February 10, 2008

गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा

गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा
घडी भर ध्यान लगाले इष्ट का दर्शन होगा

खुद को बड़भागी मानो जब प्रभु सत्संग मिल जाये
वो घडी न रख के जानो, सत्संग न मन को भाये
संत का संग बनाले, तभी भगवंत मिलेगा
गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा

सत्शास्त्र संत और सदगुरु , तीनो की महिमा गाले
गुरुदेव दया कर दे तो घट भीतर बर्ह्म को पाले
चरणरज शीश लगाले , तो सोया भाग्य जागेगा
गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा

गुरुकृपा बिना नहीं संभव , उस परमेश्वर को पाना
शिव गीता पड़कर देखो मत भजन करो मनमाना
तू जल्दी दीक्षा पाले, नहीं तो पछताना होगा
गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा

जब तक सदगुरु का अनुभव, तू अपना नहीं बनावे
जो गुरुमुख से सुन पाया, उसे जीवन में न लावे
तू कितना भी ध्यान लगाले, तत्त्व से दूर रहेगा
गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा

सदगुणों की महिमा भारी, साधक में शोभा पावे
सदगुरु के बिना कर्मो में , खुशबू मीठी न आवे
बर्ह्म का ज्ञान पचाले , गुरु को भाने लगेगा
गुरु की महिमा गाले भजन ईश्वर का होगा
कोई दुश्मन नहीं हमारा , सृष्टि का सर्जनहारा
आनंद मंगल का दाता , हर घट की जानने वाला
तू हा में हा ही मिलाले , वो बाकि खुद कर लेगा
गुरु की महिमा गाले, भजन ईश्वर का होगा

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